(आई पी एस अजय के कुशल नेतृत्व के आगे विफल हुई अपराधियों की सारी कोशिशें )
एसएसपी हरिद्वार के निर्देश पर हरिद्वार पुलिस ने धरा सीबीआई का फर्जी डीसीपी अब आया ऊंट पहाड़ के नींचे
इतिहास साक्षी है कि उत्तराखंड देव भूमि के नाम से जाने जानी वालीधरम नगरी हरिद्वार की सुरक्षा में सदैव तमाम देवता तत्पर रहते हैं ,, इसीलिए आई पी एस अजय सिंह को हरिद्वार की कमान सौंपने का निर्णय माननीय मुख्यमंत्री जी श्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा प्रभु प्रेरणा के अनुसार लिया गया और आज एस एस पी अजय सिंह ने हरिद्वार की सुरक्षा में अपनी सूझ बूझ से चार चांद लगा दिए,,, क्यों कि नीति आयोग ने अपनी वर्ष 2020-21 की रिपोर्ट जारी की है. नीति आयोग की एसडीजी इंडिया सूचकांक 2020-21 में बेहतर क़ानून व्यवस्था को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने शीर्ष स्थान हासिल किया था जिसमें उत्तराखंड को पहला, गुजरात को दूसरा और मिजोरम को तीसरा स्थान मिला था
आज उत्तराखंड पुलिस की सक्रियता को प्रमाणिक करते हुए एस एस पी अजय सिंह ने यह साबित कर दिखाया कि आज भी उत्तराखंड पुलिस नंबर वन पर है
खुद को सी बी आई ऑफिसर बता बहादराबाद निवासी युवती से की थी सगाई,,शक होने पर शादी से 02 दिन पहले युवती के भाई ने दर्ज कराया था मुकदमा,,फेंक आई डी दिखाकर लोगों से ठगी करना आया प्रकाश में,मामला थाना बहादराबाद का है एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर हरिद्वार पुलिस ने सी बी आई ब्रांच दिल्ली और देहरादून में दस्तावेजों को खंगालने के बाद कथित फर्जी सी बी आई डीसीपी को बेहट सहारनपुर से दबोचने में सफलता हासिल की। पुलिस टीम ने छापेमारी के दौरान अभियुक्त के कब्जे से डीसीपी की फर्जी आईडी, फोटोग्राफ्स और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए। अभियुक्त द्वारा खुद को बतौर सी बी आई डीसीपी पेश करते हुए वर्तमान पोस्टिंग पटियाला बताकर आनंद विहार कॉलोनी निकट रानीपुर झाल बहादराबाद निवासी युवती से सगाई की थी। इस बारे में शक होने पर युवती के भाई ने शिकायती प्रार्थनापत्र देकर दिनांक 8 दिसंबर 2022 को थाना बहादराबाद में मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि अभियुक्त वसीम आजम द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेज (आईडी व फोटोग्राफ) एक फर्जी फोटोशॉप से तैयार किए गए हैं। अभियुक्त को नियमानुसार माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।