खबर हरिद्वार से है जहां आपको बताते चलें कि कुछ दिन पूर्ण प्रकाशित एक ख़बर को संज्ञान में लेते हुए जाबाज कोर्ट चौकी इंचार्ज ने अवैध खनन में लिप्त एक ट्रैक्टर ट्राली जो कि स्टेट नदी से सीज कर दिया गया जिससे बौखलाए तमाम खनन माफियायों ने संबंधित पत्रकार को कहीं भी मिलने पर लाठी डंडों से मारने पीटने की गुप्त योजना बनाई यह बात ऐसे पता चली जिस तरह घर का भेदी लंका ढाबै वाली कहावत चरितार्थ होती है ,, और इस तरह की घटनाएं हो भी सकती हैं क्यों कि खास कर रोशनाबाद में ज्यादातर खनन माफिया केबल खनन से लाखो रुपए प्रति माह कमा रहे हैं,, जिस कमाई का कुछ भाग सेवा पूजन आदि में चला जाता है शेष धन उनकी आमदनी में शामिल हो जाता है,, यह वर्षो से अनवरत रूप से जारी धरती का दोहन बंद करना तो दूर बल्कि कम करने में भी बेहद कठिनाइयों का सबब बना हुआ है ,, रात होते ही खनन माफिया हरकत में आ जाते हैं क्यों कि चोरी छिपे खनन खास कर स्टेट नदी में आम बात बनी हुई है ,,
यह भी सच है कि यदि प्रशासन अपनी दूर गामी सोच के अनुसार राष्ट्र हित में इसका समाधान तलास करे तो लाखों रुपए प्रति माह राजस्व की बढ़ोतरी हो सकती है लेकिन नगाड़ खबे में तूती की आवाज सुनेगा कौन?